राज्य

केंद्र सरकार का आदेश: बांग्लादेशी घुसपैठियों पर सख्त कार्रवाई करें महाराष्ट्र सरकार

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार को राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र के गृह विभाग के अधिकारियों को भेजे गए एक पत्र के जरिये दिया गया है।

शिवसेना सांसद ने एक रिपोर्ट का हवाला दिया
यह शिवसेना के पूर्व सांसद राहुल शेवाले द्वारा अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ एक प्रतिनिधित्व के बाद आया है, जिसमें टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआइएसएस) द्वारा तैयार इसी विषय पर एक रिपोर्ट का हवाला दिया गया है।

राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को निर्वासित किया जाएगा
शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने भी मंगलवार को सरकार से राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को ''जल्द से जल्द'' निर्वासित करने का आग्रह किया ताकि ''मुंबई सुरक्षित हो।'' देवड़ा ने कहा, मैंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है और आग्रह किया है कि जहाँ भी कोई बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहा है, उसे जल्द से जल्द निर्वासित किया जाना चाहिए।

अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की जांच की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि सैफ अली खान के घर पर हुई घटना बहुत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि मुंबई को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए राज्य भर में रह रहे अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की जांच की आवश्यकता है।

उन्होंने उन एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की जो व्यक्तियों को नौकरी देने से पहले दस्तावेजों को सत्यापित करने में विफल रहती हैं। इधर, मुंबई में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की 8वीं अदालत ने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने और जाली दस्तावेजों के साथ रहने का दोषी पाए जाने पर कारावास और जुर्माना की सजा सुनाई थी।

सैफ कर किया था बांग्लादेशी ने हमला
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर एडिशनल सीजेएम कंचन झंवर ने यह फैसला सुनाया है। अभिनेता सैफ अली खान को पिछले सप्ताह एक जानलेवा हमले का सामना करना पड़ा और बाद में हमलावर की पहचान बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद के रूप में हुई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button