सैलरी न मिलने से फिटजी के कई शिक्षक हुए इस्तीफा देने को मजबूर
FIITJEE: एक दौर था जब IIT-JEE की कोचिंग के लिए फिटजी (FIITJEE) बड़ा नाम हुआ करता था, लेकिन आज ये सेंटर बंद होते जा रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर समेत देश के पांच शहरों में FIITJEE के सेंटर बंद हो रहे हैं. हजारों बच्चों का भविष्य अधर में अटक गया है. रातों-रात कोचिंग सेंटर में बंद होने से छात्रों और अभिभावकों परेशान है. मोटी फीस भरने के बाद अचानक कोचिंग सेंटर बंद होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. कोटिंग सेंटर के बाहर छात्रों और अभिभावकों की भीड़ जमा हो रही है. लोगों की लाखों की फीस अटक गई है. ऐसे में सवाल ये कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक FIITJEE के सेंटरों पर ताले लगने लगे.
फिटजी के शिक्षकों का इस्तीफा:
फिटजी में पढ़ाने वाले कई शिक्षकों को सैलरी न मिलने की वजह से उन्होंने इस्तीफा दे दिया. अचानक शिक्षकों के इस्तीफे के चलते फिटजी के कई कोचिंग सेंटर्स बंद हो रहे हैं. हालांकि फिटजी मैनेजमेंट ने कहा कि उनकी ओर से किसी भी कोचिंग सेंटर को बंद नहीं किया गया है. सेंटर के मैनेजमेंट साझेदार और पूरी टीम के अचानक इस्तीफा देने की वजह से यह स्थिति बनी है. मैनेंजमेंट ने दावा किया है कि सभी सेंटर्स को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए काम किया जा रहा है.
फिटजी की राष्ट्रीय उपस्थिति: 72 सेंटरों तक का विस्तार:
अगर फिटजी के कारोबार की बात करें, तो रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में 542 करोड़ रुपये था. साल 1992 में FIITJEE की शुरुआत दिल्ली के एक छोटे से सेंटर से हुई थी. कुछ ही सालों में यह कोचिंग सेंटर देशभर में फैल गया. फिटजी से कई आईआईटी टॉपरों और सेलेक्शन ने फिटजी की कामियाबी में चार चांद लगा दिए. लोकप्रियता ऐसी बढ़ी कि दिल्ली सहित देश भर में इसके 72 सेंटर खुल गए.
फिटजी के मालिक:
आईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले डीके गोयल ने फिटजी की शुरुआत की थी. आईआईटी-जेईई के एडमिशन सलेक्शन में छात्रों को गाइड करने के मकसद ने उन्होंने इस कोचिंग सेंटर की शुरुआत की. दिल्ली में एक छोटा सा सेंटर खोला. वहां तैयारी करने वाले बच्चों का आईआईटी में सलेक्शन होने लगा. कई ने तो टॉप भी किया, जिसके बाद उसे पॉपुलैरिटी मिलने लगी. धीरे-धीरे आईआईटी के साथ उन्होंने नीट (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) की तैयारी करवानी भी शुरू कर दी. कोचिंग सेंटर के अलावा उनके कई ग्लोबल स्कूल, फिटजी वर्ल्ड स्कूल समेत कई सहयोगी स्कूल भी हैं.