दिल्ली पुलिस ने गोवा विला बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गैंग के चार आरोपितों को किया गिरफ्तार
दिल्ली। गोवा घूमने जाने वाले पर्यटकों को सस्ती दरों पर विला दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले चार शातिरों को उत्तरी गोवा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गोवा पुलिस के अनुसार ये ठग अब तक करीब 500 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं, जिसमें बड़ी संख्या NCR के लोगों की है। आरोपित बुकिंग डॉटकॉम वेबसाइट के जरिये खुद को होटल संचालक बताते हुए गोवा में विला की बुकिंग कराने के लिए लोगों से ऑनलाइन पैसे ऐंठते थे। ये मामला गोवा से जुड़ा होने के कारण दिल्ली पुलिस ने गोवा के डीजी आलोक कुमार के पास शिकायत भेज दी थी। पकड़े गए आरोपितों की पहचान ग्वालियर के लक्सर निवासी सौरभ, हैदराबाद के टालीचौकी निवासी सैयद अली मुख्तार व हिमायत नगर निवासी मोहम्मद फिरोज और आसिफ नगर निवासी मोहम्मद अजहरुद्दीन सैफ के रूप में हुई है।
बुकिंग कर गोवा पहुंचे तो नहीं था कोई विला
दिल्ली और गोवा पुलिस को कुछ माह पहले पर्यटकों द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में कई शिकायतें मिली थीं। चंडीगढ़ निवासी पंकज धीमान को बुकिंग डाटकाम पर गोवा में रूबी विला बुक करने के लिए 20 हजार रुपये दिए थे। जब वह बताए गए विला के पते पर पहुंचे तब वहां उस नाम से कोई विला नहीं था। गोवा के अंजुना थाने में केस दर्ज कर पुलिस टीम ने जांच की और चार ठगों को गिरफ्तार कर लिया।
अमेरिका जाने की चाह में 41 लाख गंवाए
उधर, एक अन्य मामले में IGI एयरपोर्ट थाना पुलिस ने ऐसे एजेंट को गिरफ्तार किया है, जिसने फर्जी तरीके से एक व्यक्ति को अमेरिका भेजने की कोशिश की। उसने युवक से 41 लाख रुपये ठग लिए। आरोपित एजेंट का नाम मनदीप सिंह है। मनदीप पंजाब के कपूरथला जिले के तलवंडी चौधरियां गांव का रहने वाला है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह स्कूल स्तर पर राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी खिलाड़ी था और अब पंजाब के एक सरकारी स्कूल में पीटी शिक्षक के रूप में काम कर रहा है, लेकिन अतिरिक्त पैसा कमाने की चाह में उसने एजेंट का काम भी शुरू कर दिया। एयरपोर्ट जिला पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि 14 दिसंबर को यात्री मनिंदर पाल सिंह अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने के बाद एयरपोर्ट पहुंचा।
मेक्सिको के रास्ते अमेरिका में प्रवेश कराया
यात्रा दस्तावेजों की जांच में पता चला कि उसके पासपोर्ट के कुछ पन्ने गायब हैं। पासपोर्ट में छेड़छाड़ करने पर पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में प्राथमिकी की। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि उसकी इच्छा थी कि वह अमेरिका जाए। वर्ष 2023 में एक दोस्त के जरिये एजेंट मनदीप से मिला। एजेंट ने उसे 41 लाख रुपये लेकर विभिन्न देशों की सीमा लांघने के बाद अमेरिका पहुंचाने का आश्वासन दिया।उसने कजाकिस्तान, दुबई, सेनेगल और उसके बाद लीबिया, निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला व मैक्सिको की अवैध यात्रा की व्यवस्था की। फिर मेक्सिको की सीमा लांघकर अमेरिका में उसे प्रवेश करवाया। अमेरिका पहुंचने के बाद एजेंट के निर्देश पर उसने अपने पासपोर्ट के कुछ पन्नों को हटा दिया, जिसमें नकली वीजा और टिकट थे। बाद में अमेरिकी अधिकारियों ने छेड़छाड़ किए गए पासपोर्ट के आधार पर पकड़कर उसे भारत भेज दिया।