छत्तीसगढ़राज्य

फ्लोरा मेक्स मामले में मंत्री लखन लाल देवांगन पर कांग्रेस का निशाना, महिलाओं से माफी की मांग

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने फ्लोरा मेक्स कंपनी मामले को लेकर मंत्री लखन लाल देवांगन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शुक्ला ने कहा कि मंत्री देवांगन प्रदेश की जनता को अपने और फ्लोरा मेक्स कंपनी के बीच के संबंधों को लेकर स्पष्टीकरण दें। उन्होंने सवाल उठाया कि मंत्री कंपनी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होने दे रहे और पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में बाधा क्यों बन रहे हैं। शुक्ला ने आरोप लगाया कि फ्लोरा मेक्स कंपनी की पीड़ित महिलाओं द्वारा मंत्री पर संरक्षण देने का आरोप लगाया जा रहा है। महिलाओं के आंदोलन के दौरान मंत्री की तिलमिलाहट इस बात की ओर इशारा करती है कि वे कंपनी के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस ने मांग की है कि महिलाओं के साथ अभद्रता के लिए मंत्री देवांगन सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। शुक्ला ने कहा कि विपक्ष पर आरोप लगाकर मंत्री अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते। उन्होंने सवाल किया कि फ्लोरा मेक्स कंपनी के खिलाफ कार्रवाई किसके दबाव में रुकी हुई है और महिलाओं पर झूठी एफआईआर किसके इशारे पर की गई? उन्होंने राज्य सरकार से इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। शुक्ला ने स्पष्ट किया कि पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की पत्नी रेणु अग्रवाल का फ्लोरा मेक्स कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने बताया कि रेणु अग्रवाल ने कोरबा के एक मॉल में स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों का निरीक्षण किया था और उनके आग्रह पर फोटो खिंचवाई थी। शुक्ला ने कहा कि इस मामले में पीड़ित महिलाओं ने जयसिंह और रेणु अग्रवाल पर कोई आरोप नहीं लगाया है। कांग्रेस नेता ने भाजपा सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि रमन सिंह के 15 साल के शासन में छत्तीसगढ़ चिटफंड कंपनियों का गढ़ बन गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके परिवार ने चिटफंड कंपनियों को बढ़ावा दिया। कांग्रेस के पांच साल के शासन में चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई हुई और पीड़ितों को न्याय दिलाने का प्रयास किया गया। लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद चिटफंड कंपनियों को फिर से संरक्षण दिया जा रहा है।  

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